Uttarkashi Cloudburst :- देवभूमि उत्तराखंड में कुदरत का कहर ,गंगोत्री धाम से 20 किलोमीटर पहले पूरा कस्बा तबाह

Uttarkashi Cloudburst :-



उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में कुदरत का कहर चारों तरफ तबाही मचा रहा है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक छोटा गांव धराली लेकिन बेहद संवेदनशील अपने शुद्ध वातावरण, प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। लेकिन 5 अगस्त 2025 को यहां बादल फटने की (क्लाउडबर्स्ट) घटना घटी और एक बार फिर यह हादसा हमें प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने की याद दिलाता है। उत्तरकाशी के धराली गांव में अगस्त के पहले सप्ताह में अचानक हुई भारी वर्षा के साथ बादल फटने से पल भर में तबाही मचा दी। जिस कारण कई घर मलबे में दब गए स्थानीय सड़कों और पुलों का भारी नुकसान हुआ।


उत्तरकाशी के धराली गांव में फटा बादल:-



उत्तराखंड में उत्तरकाशी के धराली गांव और आसपास के क्षेत्र में मंगलवार को भारी वर्षा और बादल फटने से तबाही मचा दी मंगलवार को दोपहर 1:45 बजे गंगोत्री धाम से 20 किलोमीटर पहले छोटा गांव धराली में खीर गंगा ने रूद्र रूप धारण कर लिया जिसके चलते पल भर में सब तबाह हो गया।

धराली से करीब 8 किलोमीटर ऊपर शास्त्रताल के पास 3 दिनों से हो रही लगातार बारिश ने खीर गंगा का जलस्तर बढ़ा दिया और साथ ही वही पर बादल फटने से खीर गंगा ने अपना रौद्र रुप धारण कर 40 सेकंड में पूरा धराली गांव तबाह कर दिया।

दूसरे किनारे पर खड़े लोग भागो भागो ! पानी आ रहा है चिल्लाते रहे पर बाढ़ के साथ-साथ मलवा इतना तेजी से आया कि लोगों को बचने का मौका नहीं मिला सका जिसके चलते जानमाल की भारी हानि हुई और साथ ही कई परिवार बेघर हो गए और दर्जनों लोगों के लापता होने और कई लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। मात्र 20 सेकंड में होटल,होमस्टे मलबे में ढह गए साथ ही पूरा धरौली बाजार मलबे में बह गया। स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम तुरंत राहत और बचाव कार्यों में जुट गई।


धराली में क्या-क्या हुआ जानमाल का नुकसान:-


उत्तरकाशी के धराली कस्बे में मंगलवार को बारिश के पानी के साथ तेजी से आए मलबे ने पूरा धराली गांव को मैदान में बदल दिया। घर, होटल, होमस्टे और सड़कों आदि मलबे के साथ तिनके की तरह बह गए। दर्जनों लोगों के लापता और कई लोगों के मरने की खबर सामने आई है। सैन्य कैंप में भी भारी नुकसान हुआ । धराली गांव में सैन्य कैंपस के आसपास का क्षेत्र भी बुरी तरह तबाह हो गया और साथी ही 9 नौजवानों के बहाने की आशंका है।

तबाही के बाद सेना ने संभाला मोर्चा:-

उत्तराखंड सरकार ने केंद्र से जल्दी मदद मांगी है जिसके चलते केंद्र ने धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सरसावा, चंडीगढ़ और बरेली एयरवेज से दो चिनूक ,1MI-17v5, दो चिता, एक ALH हेलीकॉप्टर को तैयार किया है। यह सब हेलीकॉप्टर अपने होम एयर बेस से हर्षिल जाएंगे फिर जरूरत के हिसाब से रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल होंगे। अब तक रेस्क्यू ऑपरेशन में डेढ़ सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। जो लोग मलबे में दबे हैं उन्हें ढूंढने की पूरी कोशिश सेना द्वारा की जा रही है।

 
उत्तराखंड में कई ओर जगह हुआ भूस्खलन:-

उत्तराखंड में मानो जैसे चारों तरफ का तबाही सी मच चुकी है। उत्तराखंड के जनपद हरिद्वार में हो रहे लगातार भारी बारिश से भीमगोंडा के पास भूस्खलन होने से रेलवे ट्रैक प्रभावित हो गया है। यह रेलवे ट्रैक हरिद्वार को ऋषिकेश से जोड़ता है। भूस्खलन के कारण अब तक कई ट्रेनों को हरिद्वार में ही रोक दिया गया है।

 वहीं दूसरी तरफ हर्षिल ,उत्तरकाशी  रोड भूस्खलन के कारण पूरी तरह नष्ट हो गई है। उत्तरकाशी से गंगोत्री धाम को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग भटवाड़ी गांव के पास भूस्खलन से पूरी तरह से टूट गया है। जिस कारण हर्षिल और उत्तरकाशी की कनेक्टिविटी पूरी तरह बंद हो चुकी है।

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